Considerations To Know About sidh kunjika
Considerations To Know About sidh kunjika
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पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा ।
धिजाग्रं धिजाग्रं त्रोटय त्रोटय दीप्तं कुरु कुरु स्वाहा।।
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नामावलि
न तस्य जायते सिद्धिररण्ये रोदनं यथा ॥ १५ ॥
The wife of Shiva the goddess of speech, the goddess Kali we pray for you to perform benevolent functions
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति अष्टमोऽध्यायः
श्री वासवी कन्यका परमेश्वरी अष्टोत्तर शत नामावलि
अति read more गुह्यतरं देवि देवानामपि दुर्लभम् ॥ ३ ॥
मम सर्वाभीष्टसिद्ध्यर्थे जपे विनियोगः ।
अगर किसी विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए सिद्ध कुंजिका स्तोत्र कर रहे हैं तो हाथ में जल, फूल और अक्षत लेकर जितने पाठ एक दिन में कर सकते हैं उसका संकल्प लें.
श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)
ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ज्वल हं सं लं क्षं फट् स्वाहा ॥ ५ ॥
देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि
इति श्रीरुद्रयामले गौरीतन्त्रे शिवपार्वतीसंवादे सिद्ध कुंजिका स्तोत्र